Tuesday, 17 August 2010

प्रापर्टी डीलर के सीने पर दागी गोली

भोपाल। फिल्मी स्टाइल में आए बाइक सवार दो युवकों ने एक व्यापारी पर दनादन गोलियां बरसाना शुरू कर दिया। इस गोलीबारी में व्यापारी और वहां से गुजर रही एक मासूम गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों घायलों को तुरंत चिरायु अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां डाक्टरों ने दोनों के शरीर से गोलियां बाहर निकाल दी। उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। चौबीस घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस न तो गोली चलाने वालों और न ही घटना के कारणों का अभी तक पता लगा पाई है। हनुमानगंज पुलिस के मुताबिक सुरेश कुमार जैन उर्फ भूरा पुत्र सागर मल जैन शांति नगर इब्राहिम गंज में रहते हैं। घोड़ा नक्काश में उनकी एक मोबाइल शाप है। वह साथ में प्रापर्टी का काम भी देखते हैं। इसके अलावा मोबाइल शाप के ऊपर वाले हिस्से में वह एक लाज तैयार करा रहे हैं। देर रात सुरेश मंगलवारा एक इलेक्ट्रीशियन को लेने गए थे। यहां से वह कमलेश के साथ रात करीब दस बजे बाइक से लौट रहे थे। अभी वह घोड़ा नक्काश चौराहा स्थिति साहू धर्मशाला तक पहुंचे ही थे कि बाइक सवार दो युवकों ने उन पर गोली दागना शुरू कर दिया। सुरेश को दो गोली सीने में, एक हाथ में और एक पांव में लगी। जबकि वहां से गुजर रही मासूम हर्षिता के दाहिने पैर में एक गोली लगी। हर्षिता हमीदिया कालेज में बीए तृतीय वर्ष की छात्रा है। लोगों ने दोनों घायलों को तुरंत चिरायु अस्पताल में भर्ती किया। जहां डाक्टरों ने आपरेशन कर उनके शरीर से गोलियां निकाल ली। डाक्टरों के मुताबिक घायलों की स्थिति खतरे से बाहर है। व्यापारी अभी ज्यादा कुछ बोलने की स्थिति में नहीं है इसलिए पुलिस को अभी तक घटना के कारणों और आरोपियों के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं मिल पाई है।
जिंदगी ने मौत को दी मात
सुरेश जब अपने दोस्त कमलेश के साथ बाइक पर जा रहे थे, तो उन्हें पता नहीं था कि आगे क्या होने वाला है। अभी वह घोड़ा नक्काश चौराहा पर पहुंचे ही थे कि उनके पैर में एक गोली आकर लगी। वह गाड़ी से गिर गए। इसके बाद आरोपियों ने दनादन पांच गोलियां और चलाई। इसमें दो गोली सुरेश के सीने को चीर गई और एक हाथ में धंस गई। यहीं से गुजर रही आजाद नगर निवासी हर्षिता के पैर में भी गोली लग गई। घटना के बाद आरोपी वहां से फरार हो गए। मौजूद लोगों ने उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डाक्टरों ने आपरेशन कर गोलियां बाहर निकाल दी। गोली चलने से इलाके में सनसनी फैल गई और सभी व्यापारियों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद कर दी।
मेरी मासूम का क्या कसूर
हर्षिता पांचाल (24) पुत्री बैनी माधव आजाद मार्केट मकान नंबर 13 हनुमानगंज में रहती है। रात साढ़े नौ बजे हर्षिता घोड़ा नक्काश निवासी अपनी मौसी लक्ष्मीबाई के घर से बाहर आई उसने गोली चलने की आवाज सुनी। वह कुछ समझ पाती उसके पैर में गोली लग गई। हर्षिता को गोली लगने की सूचना मिलते ही तड़पती मां भी अस्पताल पहुंच गई। वह एक ही बात कह रही थी कि मेरी मासूम ने किसी का क्या बिगाड़ा था, जिसे गोली मार दी।

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